उत्तर प्रदेश की प्रमुख और महत्वपूर्ण नदियाँ | Major And Important Rivers Of Uttar Pradesh

Major And Important Rivers Of Uttar Pradesh: हेल्लो साथियों यह आर्टिकल उत्तर प्रदेश में बहने वाली प्रमुख नदियां तथा उनकी सहायक नदियां | Major Rivers of Uttar Pradesh and its tributaries के माध्यम से हम उत्तर प्रदेश राज्य की समस्त मुख्य नदियों के बारे में पढेंगे। प्रतियोगी परीक्षा के दृष्टिकोण से यह आर्टिकल UPPSC,UPPSC RO/ARO,UPPSC-PET,UPSI,UP LEKHPAL,UPTET जैसी आयोजित परीक्षा के दृष्टिकोण से यह टॉपिक काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। तो आइये इस आर्टिकल को पढने की शुरुआत करते हैं।

उत्तर प्रदेश की प्रमुख और महत्वपूर्ण नदियाँ | Major And Important Rivers Of Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियाँ (UP Rivers GK In Hindi) | List Of Rivers In Uttar Pradesh

नदियाँ मानव जाति के जीवन का मूल आधार रही हैं। भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों की सभ्यताएं इन्ही नदियों के किनारे ही फली फूली हैं। नदियाँ हमारी सांस्कृतिक पहचान का मुख्य केंद्र रही हैं। उत्तर प्रदेश में अनेक बड़ी और छोटी नदियों का जाल है।

 उत्तर प्रदेश की सबसे प्रमुख नदियाँ गंगा और यमुना है। जिससे उत्तर प्रदेश का एक बहुत बड़ा भू भाग सिंचित होता है। नदियों के बहुतायत में पाए जाने की वजह से बड़े बांधो का निर्माण और पनबिजली का संचालन (Operation of hydroelectricity) एक बड़े प्रतिशत में ऊर्जा जरूरतों को पूरा करता है। उत्तर प्रदेश की सबसे लम्बी नदी गंगा है। गंगा नदी उत्तर प्रदेश के 28 जिलों में से (28 district of Uttar Pradesh) होकर बहती है। 

नदियों के उदगम स्थल (Origin Place) के आधार पर उत्तर प्रदेश के नदियों को तीन भागो में बांटा जा सकता है-

हिमालय से निकलने वाली नदियाँ- गंगा,यमुना,गंडक,शारदा,राप्ती,रामगंगा,घाघरा

दक्षिण पठार से निकलने वाली नदियाँ- चम्बल,रिहंद,कन्हार,बेतवा, केन, सोन,टोंस

मैदानी भाग से निकलने वाली नदियाँ- गोमती,वरुणा,पांडो,इसन,सई  

      “हिमालय से निकलने वाली नदियाँ” (Himalayan Rivers)

गंगा नदी (Ganga River)

  • गंगा नदी का उद्गम स्थल गंगोत्री (उत्तराखंड) से है। 
  • इसकी कुल लम्बाई लगभग 2655 किलोमीटर तक है। 
  • इसकी उत्तर दिशा की प्रमुख सहायक नदियों में उत्तर से रामगंगा, घागरा, गंडक, कोसी और बागमती तथा दक्षिण किनारे से मिलने वाली सहायक नदियों में यमुना, टोंस एवं सोन नदी हैं। 
  • सांस्कृतिक बेसिन महत्व के संबंध में गंगा सबसे महत्वपूर्ण नदी है।
  • उत्तरकाशी जिले में गोमुख के निकट गंगोत्री हिमनद से गंगा का उद्गम होता है।
  • उत्पत्ति के बाद इसे भागीरथी कहा जाता है।
  • देवप्रयाग में भागीरथी,अलकनंदा नदी में विलीन होने के बाद गंगा नदी के नाम से जानी जाती है।
  • हरिद्वार के मैदान में प्रवेश करने के बाद गंगा पहले दक्षिण दिशा में फिर दक्षिण-पूर्व फिर पूर्व और अंत में दक्षिण दिशा में बहती है। यहाँ यह हुगली और भागीरथी नामक दो धाराओं में विभाजित हो गई।
  • गंगा नदी उत्तराखंड, यूपी, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्य से गुजरती है। गंगा की अधिकतम लंबाई यूपी में है।
  • गंगा नदी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड तथा पश्चिम बंगाल राज्यों से होकर बहते हुए अन्त में बंगाल की खाड़ी में गिर जाती है।
  • गंगा नदी प्रणाली सभी नदी प्रणालियों में भारत की सबसे बड़ी नदी प्रणाली है।

गंगा की सहायक नदियाँ (Tributaries of Ganga):-

बायीं सहायक नदियाँ (Left tributaries)- महाकाली, गंडक, करनाली, घाघरा, दामोदर आदि

दाहिनी सहायक नदियाँ (Right tributaries)- सोन, महानंदा, चम्बल आदि

यमुना नदी (Yamuna River)-

  • यमुना नदी की लम्बाई लगभग 1376 किलोमीटर है।
  • यह बंदरपूंछ रेंज के यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है।
  • गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदी है।
  • यह यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा राज्य से होकर गुजरती है।
  • यह प्रयागराज (इलाहाबाद) में त्रिवेणी संगम पर गंगा से मिलती है।
  • यमुना की सबसे बड़ी सहायक नदी टोंस नदी है।
  • यमुना की सहायक नदियों में केन, चंबल, बेतवा, सिंध, सरदा, गिरि, कुंटा, हिंडन, ऋषिगंगा, कुंटा और टोंस नदी शामिल हैं।
  • यमुना नदी बेसिन जलग्रहण क्षेत्र में यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश राज्य शामिल हैं।

गंडक नदी (Gandak River)-

  • गंडक नदी को नारायणी नदी के नाम से जाना जाता है। 
  • यह नदी मध्य नेपाल और उत्तरी भारत में बहती है। 
  • यह काली और त्रिसूली धाराओं के संगम  से निर्मित है, जो नेपाल में अतुलनीय हिमालय रीच में चढ़ती हैं
  • यह भारत में दक्षिण-पश्चिम की ओर बहती है और बाद में उत्तर प्रदेश-बिहार राज्य रेखा के साथ-साथ भारत-गंगा के मैदान में दक्षिण-पूर्व की ओर मुड़ जाती है। 
  • यह 765 किमी के घुमावदार मार्ग के बाद पटना में गंगा नदी में मिल जाती है। 

राप्ती नदी (Rapti River)-

  • यह नदी नेपाल की लघु हिमालय श्रेणियों में धौलागिरि के दक्षिण में रुकुमकोट के निकट से निकलती है।
  • यह बहराइच, गोंडा,सिद्धार्थनगर और गोरखपुर ज़िलों से बहती हुई बरहज (देवरिया जिला) के निकट घाघरा नदी से मिल जाती है। इस नदी की कुल लम्बाई लगभग 640 किलोमीटर है। 
  • राप्ती नदी की सहायक नदी,रोहिणी नदी है जो उत्तर की ओर से आकर इसमें मिलती है।

शारदा नदी (Sharda River)-

  • शारदा नदी नंदादेवी पुंजक के पूर्वी ढलानों पर महान हिमालय में दूर उत्तरी उत्तराखंड राज्य में काली नदी के रूप में निकलती है। 
  • यह नदी उत्तराखंड राज्य और नेपाल के बीच की सीमा बनाती है। 
  • यह बरमदेव मंडी (नेपाल) में भारत-गंगा के मैदान में प्रवेश करती है तथा वहाँ शारदा बैराज के ऊपर चौड़ी हो जाती है। शारदा बहराइच के दक्षिण-पश्चिम में घाघरा नदी में मिल जाती है। 
  • इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ धौलीगंगा, गौरीरीगंगा और सरयू नदी हैं। 

गंडक नदी (Gandak River)-

  • गंडक नदी को नारायणी नदी के नाम से जाना जाता है। 
  • यह नदी मध्य नेपाल और उत्तरी भारत में बहती है। 
  • यह काली और त्रिसूली धाराओं के संगम  से निर्मित है, जो नेपाल में अतुलनीय हिमालय रीच में चढ़ती हैं
  • यह भारत में दक्षिण-पश्चिम की ओर बहती है और बाद में उत्तर प्रदेश-बिहार राज्य रेखा के साथ-साथ भारत-गंगा के मैदान में दक्षिण-पूर्व की ओर मुड़ जाती है। 
  • यह 765 किमी के घुमावदार मार्ग के बाद पटना में गंगा नदी में मिल जाती है। 

घाघरा नदी(Ghaghra River)-

  • घाघरा नदी मापचाचुंगो ग्लेशियर से निकलती है।
  • यह दक्षिणी तिब्बत क्षेत्र के उच्च हिमालय में करनाली नदी के रूप में निकलती है।
  • प्रमुख सहायक नदियाँ कुवानो, राप्ती और छोटी गंडक नदियाँ हैं।
  • अन्त में घाघरा नदी छपरा जिले (बिहार) के निकट गंगा नदी में मिल जाती है 
  • घाघरा नदी की लम्बाई लगभग1080 किमी है।

रामगंगा नदी (Ramganga River)-

  • रामगंगा नदी उत्तराखंड के दूधातोली पर्वत(पौढ़ी गढ़वाल जिला) से निकलती है। 
  • रामगंगा नदी कालागढ़,बिजनौर,मुरादाबाद,रामपुर,बरेली और शाहजहांपुर जिले से बहते हुए अन्त में कन्नौज जिले के फतेहगढ़ में गंगा नदी से मिल जाती है।  
  • इसकी लम्बाई लगभग 590 किमी है।  
  • इसकी सहायक नदी कोह नदी है। 

      “दक्षिण पठार से निकलने वाली नदियाँ ” (Peninsular River)

चम्बल नदी (Chambal River)-

  • चंबल मध्य प्रदेश में विंध्य श्रेणी की पहाड़ियों के अंतर्गत इंदौर के पास महू शहर से निकलती है।
  • चंबल नदी मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्य से होकर बहती है। चंबल नदी राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्य की सीमा भी बनाती है।
  • चम्बल नदी ईटावा जिले (यूपी) के पास यमुना नदी में मिल जाती है।
  • चंबल नदी की सहायक नदियाँ  मेज,पार्वती, नवाज, बनास , क्षिप्रा ,दूधी और काली सिंध नदियाँ हैं।
  • बारहमासी चम्बल नदी की लम्बाई 966 किमी है।

रिहन्द नदी (Rihand River)-

  • रिहन्द नदी का उद्गम स्थल छत्तीसगढ़ राज्य के मतिरिंगा पहाड़ी के पास है। इस नदी को ‘रेणु’ नाम से भी जाना जाता है।
  • यह उत्तर प्रदेश के सोनभद्र ज़िले के ‘चोपन’ के समीप सोन नदी में मिल जाती है।
  • रिहन्द बाँध इसी नदी पर ही बनाया गया है।
  • रिहन्द नदी की सहायक नदियाँ गोवरी,मोहन और मोरना हैं।

बेतवा नदी (Betwa River)-

  • बेतवा नदी मध्य प्रदेश में होशंगाबाद के उत्तर में विंध्य रेंज से निकलती है।
  • बेतवा यमुना नदी की एक सहायक नदी है। 
  • बेतवा को वेत्रवती के नाम से भी जाना जाता है।
  • बेतवा नदी की सहायक नदियाँ बीना और धनास नदियाँ हैं। 
  • बेतवा नदी की लम्बाई 480 किमी है।  
  • यह हमीरपुर(यूपी) के पास यमुना नदी में मिल जाती है। 

सोन नदी (Son River)-

  • यह छत्तीसगढ़ के अमरकंटक पहाड़ी के पास से निकलती है 
  • सोन नदी यमुना नदी के बाद गंगा की दूसरी सबसे बड़ी दक्षिणी सहायक नदी है।
  • सोन नदी की लम्बाई 784 किमी है। 
  • सोन नदी पटना के निकट गंगा नदी में मिल जाती है।
  • कई बांध और पनबिजली परियोजनाएं इस पर चलती हैं। 
  • सोन नदी की सहायक नदियाँ दाहिनी ओर से बनास, गोपद, रिहंद,कन्हर, उत्तर कोयल तथा बाएं ओर से घघर, जोहिल्ला, छोटी महानदी है। 

केन नदी (Ken River)-

  • केन नदी का उद्गम विंध्याचल पर्वत से होता है केन नदी कटनी, मध्यप्रदेश से प्रारंभ होती है तथा यह बुन्देलखंड क्षेत्र से गुजरते हुए यमुना नदी में मिल जाती है
  • केन नदी बाँदा(उत्तरप्रदेश)में यमुना से मिल जाती है।
  • केन नदी की सहायक नदियाँ उर्मिल नदी और सुनार नदी है।
  • केन नदी की लम्बाई 427 कि॰मी॰ है।

                “मैदानी भाग से निकलने वाली नदियाँ”(Rivers Originating from Plain)

गोमती नदी(Gomati River)- 

  • यह नदी पीलीभीत जिले के फुलहर गांव में गोमट ताल जिसे औपचारिक रूप से फुलहार झील के रूप में जाना जाता है,से निकलती है। 
  • उत्तर प्रदेश में यह 960 किलोमीटर तक फैली हुई है। 
  • यह मानसून और भूजल आधारित नदी है।
  • गोमती नदी सैदपुर (गाजीपुर जिले) के पास गंगा से मिलती है। 

वरुणा नदी (Varuna River)-

  • यह नदी प्रयागराज जिले में फूलपुर से निकलती है 
  • वामन पुराण के अनुसार, नदी का निर्माण असी नदी के साथ में ही देवताओं द्वारा किया गया था। 
  • महाभारत पुराण में भी इस नदी का उल्लेख है।
  • यह नदी वाराणसी जिले में गंगा से मिल जाती है।

सई नदी (Sai River)-

  • यह नदी हरदोई जिले के भिजवान झेल नाम के तालाब से निकलती है।
  • सई नदी को आदि गंगा नदी के नाम से भी जाना जाता है।
  • गोमती नदी की एक सहायक नदी है।
  • इसकी लम्बाई लगभग 600 किमी है।
  • यह जौनपुर जिले में गोमती नदी से मिलती है। 

Conclusion

दोस्तों आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियाँ | Major And Important Rivers list Of Uttar Pradesh आर्टिकल के माध्यम से आप उत्तर प्रदेश के प्रमुख नदियों के बारे में पढ़ा और समझा होगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस आर्टिकल के माध्यम से आप समझ तो विकसित करेंगे ही साथ ही साथ परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करेंगें, धन्यवाद। 

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